भीष्म: पितामह भीष्म, कुरुक्षेत्र युद्ध के प्रारम्भिक दौर में महाभारत के एक प्रमुख योद्धा थे।

द्रोणाचार्य: गुरु द्रोणाचार्य, कौरवों के सेनापति के रूप में प्रसिद्ध थे और उनका ज्ञान और काल युद्ध में अनंत था।

कर्ण: सूर्यपुत्र कर्ण, महाभारत में एक महानायक था और उनका योद्धा-धर्म से जुड़ा हुआ व्यक्तित्व महाकाव्य में खास रूप से दर्शन गया

अर्जुन: पांडवों के महारथी अर्जुन, महाभारत का एक मुख्य पात्र था और उनका विष्णु से संदेश मिला था।

नकुल और सहदेव: पांडवों के छोटे भाई नकुल और सहदेव, अस्त्र-शास्त्र में निपुण थे और युद्ध में वे भी क्षत्रिय धर्म को पलटते थे।

धृष्टद्युम्न: द्रौपदी के भाई और पांडवों के सेनापति धृष्टद्युम्न, द्रोणाचार्य को मरने वाले वीर योद्धा थे।

सात्यकि: यदुवंशी सात्यकि, श्रीकृष्ण के सहायक और पांडवों की सेना में एक महानायक थे।

द्रुपद: पांचाल के राजा द्रुपद, द्रौपदी के पिताजी और महाभारत में एक प्रमुख योद्धा थे।

अभिमन्यु: अर्जुन के पुत्र अभिमन्यु, चक्रव्यूह में प्रवेश करने वाला महायोद्धा था।

युधिष्ठिर: पांडवों के धार्मिक राजा युधिष्ठिर, महाभारत के युद्ध का अध्यक्ष और धर्मपाल थे।